सरल स्वस्थ दिनचर्या
सरल स्वस्थ दिनचर्या समदोषःसमाग्निश्चसमधातुमलःक्रियाः। प्रसन्नात्मेन्द्रियमनःस्वस्थइतिअभिधीयते॥ - (सुश्रुत संहिता सूत्रस्थान १५/१०) जिस व्यक्ति के तीनो दोष (वात ,पीत्त ,कफ) , शरीर की अग्नियाँ (जठराग्नि आदि ), मल सम अवस्था में रहते हैं और मन आत्मा और इंद्रियाँ जिसके प्रसन्न अवस्था में होते हैं वह व्यक्ति ही पूर्ण स्वस्थ कहलाएगा। स्वास्थ्य की इस पूर्णता के लिए आवश्यक है कि हमारी जीवनचर्या